Saturday, October 25, 2014

 
डेंगू के खिलाफ लड़ाई जारी, स्थिति नियंत्रण में : प्रवीर

मलेरिया-डेंगू से निपटने चार कंट्रोल रुम बनाए

 भोपाल।  राज्य में सूचना तंत्र को मजबूत कर मलेरिया और डेंगू से प्रभावित क्षेत्रों की निगरानी और उपचार किया जा रहा है। प्रदेश में स्थिति नियंत्रण में है।यह बात प्रमुख सचिव स्वास्थ्य प्रवीर कृष्ण ने मलेरिया और डेंगू के नियंत्रण की समीक्षा बैठक में कही।  प्रवीर ने बताया कि उन्होंने जिला, तहसील और ग्राम-स्तर के ग्रामीणों से सम्पर्क कर मलेरिया और डेंगू की रोकथाम के संबंध में सुझाव दिए। प्रदेश के जिलों में 5 हजार स्वास्थ्य केन्द्र पर सेक्टर अधिकारियों को तैनात किया गया है। स्वास्थ्य केन्द्रों के चिकित्सक और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को वास्तविक स्थिति की जानकारी सेक्टर अधिकारियों को देने के निर्देश दिए गए हैं। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि कोलार क्षेत्र में डेंगू से निपटपने व्यापक पैमाने पर कार्रवाई जारी है, जिसके तहत नगर निगम और मलेरिया विभाग के तकरीबन 2 सौ कर्मचारी 20 गाड़ियों के साथ भारी मात्रा में डीडीपी और अन्य मच्छर मारने वाले रसायनों के साथ मुस्तैदी से लगे हुए हैं। डेंगू से निपटने के लिए जिला प्रशासन, जिला मलेरिया केन्द्र, नगर निगम, मुख्य चिकित्सा अधिकारी संयुक्त रुप से काम कर रहे हैं। मलेरिया-डेंगू को कंट्रोल करने के लिए चार कंट्रोल रूम बनाए गए हैं। इनमें कोलार सामुदायिक केन्द्र, जयप्रकाश हॉस्पिटल, काटजू हास्पिटल और गोविंदपुरा डिस्पेंसरी शामिल हैं। स्वास्थ्य विभाग ने जेपी अस्पताल को रीजनल कंट्रोल-रूम बनाया है। कंट्रोल-रूम के प्रभारी एके अवस्थी हैं। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रदेश में मलेरिया और डेंगू के नियंत्रण के लिए अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत बीमारी के नियंत्रण के लिए दीपावली के अवसर पर घर में संग्रहीत पानी की टंकी, कूलर, गमले के नीचे कंटेनर, नहाने के पानी, ओव्हर हेड टेंक की साफ-सफाई, घर की सफाई के साथ पानी की भी सफाई करें, क्योंकि मलेरिया और डेंगू का लार्वा सीवेज के पानी की अपेक्षा स्वच्छ पानी में ज्यादा पाया जा रहा है। बैठक में स्वास्थ्य आयुक्त पंकज अग्रवाल, सीएमएचओ पंकज शुक्ला एवं अन्य अधिकारी मौजूद थे। मलेरिया और डेंगू को कंट्रोल करने के लिये प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने कोलार के प्रभावित क्षेत्र तथा ललिता नगर का गत दिनों भ्रमण किया था। उन्होंने बताया कि कोलार क्षेत्र के घरों से पानी के 2400 सेम्पल लिए गए, जिसमें 648 में डेंगू पाजिटिव लक्षण मिले। उन्होंने स्थानीय लोगों को डेंगू लार्वा के पनपने का कारण और उसे खत्म करने के तरीकों के प्रति जागरूक करने और बुखार के लक्षण आने पर तत्काल जांच और इलाज सरकारी अस्पताल में करवाने को कहा है। मलेरिया-डेंगू को कंट्रोल करने के लिए चार कंट्रोल रूम बनाए गए हैं। इनमें कोलार सामुदायिक केन्द्र, जयप्रकाश हॉस्पिटल, काटजू हास्पिटल और गोविंदपुरा डिस्पेंसरी शामिल हैं। स्वास्थ्य विभाग ने जेपी अस्पताल को रीजनल कंट्रोल-रूम बनाया है। कंट्रोल-रूम के प्रभारी एके अवस्थी हैं। सम्पर्क के लिए श्री अवस्थी का मोबाइल नम्बर 98270-56443 है।

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