Tuesday, July 10, 2012
हॉलीवुड से दूर रहने के अपने कारण
सल्लू के साथ नर्गिस फाखरी के कुछ करीबी पल
बॉलीवुड के दबंग सलमान खान आजकल हर दूसरे दिन किसी ना किसी बात को लेकर खबरों की सुर्खियों में नज़र आने लगे हैं। वो किसी के भी साथ नज़र आ जाएं तो खबर बन जाती है। फिर चाहे वो सरबजीत के परिवार वाले हों या फिर बॉलीवुड की कोई एक्ट्रेस। हर पल मीडिया की नज़रें सलमान पर ही रहती हैं।
हाल ही में सलमान खान रॉक्स्टार फिल्म की हिरोइन और विवादों से घिरी रहने वाली नर्गिस फाखरी के साथ कुछ खूबसूरत पल बिताते नज़र आए। खबर है कि सलमान मुम्बई में आयोजित 8वें इंडो-अमेरिकन कॉरपोरेट एक्सीलेंस अवार्डस में शरीक हुए थे और साथ ही नर्गिस फाखरी भी इसी फंक्शन में नर्गिस फाखरी भी मौजूद थीं।
सलमान को इस कार्यक्रम के दौरान शिक्षा के क्षेत्र में अपना योगदान देने के लिए पुरस्कृत भी किया गया। सलमान खान जब स्टेज पर आए तो उन्होने अपनी सभी बेहतरीन फिल्मों के बारे में बात की।
पूरे कार्यक्रम के दौरान सलमान नरगिस के साथ ही नज़र आए यहां तक कि स्टेज से उतरते वक्त सलमान ने नर्गिस को सहारा भी दिया। सलमान ने मीडिया से बातचीत के दौरान ये भी कहा कि वो नर्गिस फाखरी के साथ फिल्म जरुर करना चाहेंगे। कार्यक्रम के बाद नर्गिस और सलमान ने एक साथ कई फोटोग्राफ्स भी खिंचवाए।
राहुल के पास स्पष्ट सोच नहीं
खुर्शीद ने एक समाचार पत्र को दिए साक्षात्कार में सोमवार को कहा था कि कांग्रेस को राहुल से 'वैचारिक निर्देश' नहीं मिल रहा है, उन्होंने अब तक अपने विचारों व सोच का संक्षिप्त प्रदर्शन ही किया है।
इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने मंगलवार को यहां संवाददाताओं से कहा कि खुर्शीद के बयान से स्पष्ट है कि कांग्रेस दिशाहीन है। खुर्शीद का बयान उनके विचारों की पुष्टि करता है।
प्रसाद ने कहा कि हैरान करने वाली बात यह है कि यह बयान कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन [संप्रग] सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री की ओर से आ रहा है। यदि उनका ऐसा कहना है कि कांग्रेस दिशाहीन है तो देश की स्थिति खतरे में है।
प्रसाद ने राहुल पर खुर्शीद के बयान को हास्यास्पद करार दिया। उन्होंने कहा कि उन्होंने [खुर्शीद] कहा कि राहुल ने अपने विचारों व सोच का संक्षिप्त प्रदर्शन किया है, इसका अर्थ है कि राहुल के पास कोई स्पष्ट विचार नहीं है, जिसकी पुष्टि सरकार के वरिष्ठ मंत्री भी कर रहे हैं।
प्रसाद ने कहा कि खुर्शीद का बयान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के कामकाज पर भी अंगुली उठाता है। उन्होंने कहा कि अनिश्चितता की स्थिति देश के लिए ठीक नहीं है।
राहुल के पास स्पष्ट सोच नहीं
खुर्शीद ने एक समाचार पत्र को दिए साक्षात्कार में सोमवार को कहा था कि कांग्रेस को राहुल से 'वैचारिक निर्देश' नहीं मिल रहा है, उन्होंने अब तक अपने विचारों व सोच का संक्षिप्त प्रदर्शन ही किया है।
इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने मंगलवार को यहां संवाददाताओं से कहा कि खुर्शीद के बयान से स्पष्ट है कि कांग्रेस दिशाहीन है। खुर्शीद का बयान उनके विचारों की पुष्टि करता है।
प्रसाद ने कहा कि हैरान करने वाली बात यह है कि यह बयान कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन [संप्रग] सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री की ओर से आ रहा है। यदि उनका ऐसा कहना है कि कांग्रेस दिशाहीन है तो देश की स्थिति खतरे में है।
प्रसाद ने राहुल पर खुर्शीद के बयान को हास्यास्पद करार दिया। उन्होंने कहा कि उन्होंने [खुर्शीद] कहा कि राहुल ने अपने विचारों व सोच का संक्षिप्त प्रदर्शन किया है, इसका अर्थ है कि राहुल के पास कोई स्पष्ट विचार नहीं है, जिसकी पुष्टि सरकार के वरिष्ठ मंत्री भी कर रहे हैं।
प्रसाद ने कहा कि खुर्शीद का बयान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के कामकाज पर भी अंगुली उठाता है। उन्होंने कहा कि अनिश्चितता की स्थिति देश के लिए ठीक नहीं है।
राजनीतिक रूप से नपुंसक हैं मनमोहन : ठाकरे
मुंबई। अपनी कड़वी जुबान के लिए सदैव चर्चा में रहने वाले शिवसेना सुप्रीमो बाल ठाकरे ने एक बार फिर जहर उगला है। टाइम मैगजीन द्वारा मनमोहन सिंह को फिसड्डी प्रधानमंत्री बताए जाने के बाद ठाकरे ने उन्हें राजनीतिक रूप से नपुंसक करार दिया है। इतना ही उन्होंने सरकार के खिलाफ जनता से विद्रोह का भी आह्वान किया है। इससे पहले टाइम मैगजीन ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को अंडरअचीवर बता चुकी है।
ठाकरे ने पार्टी के मुखपत्र 'सामना' में लिखे संपादकीय में कहा है कि लोग हैरत में हैं कि वास्तव में अंडरअचीवर का मतलब क्या है। हम बताते हैं कि इसका मतलब क्या है। हमारी ठाकरी भाषा में इसका मतलब है प्रधानमंत्री का राजनीतिक रूप से नपुंसक होना। ठाकरे ने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा है कि हमारे प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह अब वैश्रि्वक स्तर पर एक हास्यास्पद प्राणी बन गए हैं। हिंदुस्तान का गूंगा और बहरा प्राणी कौन?..मनमोहन सिंह! इस तरह का चुटकुला दुनिया भर में प्रसिद्ध हुआ है। अब इस गूंगे-बहरे राष्ट्रीय प्राणी पर टाइम मैगजीन की भी नजर पड़ी है।
हालाकि, ठाकरे ने स्पष्ट किया है कि टाइम मैगजीन का दृष्टिकोण किसी आदमी को बड़ा या छोटा नहीं बनाता, क्योंकि इस मैगजीन पर भी व्यावसायिक दबाव होता है। कुछ समय पहले इसी मैगजीन ने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को भारत का ऐसा राजनेता करार दिया था, जिससे लोग सबसे ज्यादा नफरत करते हैं। ठाकरे ने दावा किया है कि सिर्फ हिंदुत्व-विरोधी ताकतें ही मोदी से नफरत करती हैं। प्रधानमंत्री के बारे में लिखे गए टाइम मैगजीन के लेख का हावाला देते हुए उन्होंने कहा है कि अब तक घरेलू मीडिया ही उन्हें निशाना बना रहा था और अब इंटरनेशनल मीडिया भी उन्हें ठोकर मार रहा है।
उन्होंने कहा कि इस कठिन समय में अब प्रधानमंत्री और काग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाधी को देश को ऐसे व्यक्ति के हाथों में सौंपना चाहिए, जिसमें लड़ने का जज्बा हो। एक ऐसा व्यक्ति जो भ्रष्टाचार, आर्थिक संकट, आतंकवाद और अन्य समस्याओं से लड़ सके।
तत्काल टिकट बुकिंग का नियम बदला
नई
दिल्ली: रेलवे में तत्काल टिकट बुकिंग का नियम आज से बदल रहा है। अब
तत्काल की टिकट बुक का समय सुबह 8 बजे की बजाय 10 बजे से होगा। शुरुआती दो
घंटे यानी 10 से 12 बजे तक किसी भी अधिकृत एजेंट को तत्काल टिकट बुक कराने
की मनाही है। एनडीटीवी में तत्काल टिकटों की कालाबाजारी और खामियों की खबर
दिखाए जाने के बाद इस तरह का बदलाव किया गया है।
रेलवे विभाग के मुताबिक कुछ जोन में
तत्काल के लिए अलग से खिड़कियां बनाई गई हैं जिन जगहों पर तत्काल के लिए
अलग से काउंटर नहीं हैं वहां सुबह 10 से 10.30 बजे तक सामान्य खिड़कियों से
सिर्फ तत्काल के टिकट मिलेंगे। तत्काल में धांधली के आरोपों के बीच रेलवे
में कुछ और कदम उठाए हैं। अब मुख्य बुकिंग सेंटर्स पर सीसीटीवी कैमरों से
निगरानी रखी जाएगी। टिकट बुक करने वाले क्लर्क को काम के समय मोबाइल रखने
की पाबंदी होगी।
इसके अलावा किसी भी तरह की शिकायत करने के
लिए हेल्पलाइन नंबर जारी करने के साथ ही विजिलेंस की टीम के अचानक
निरीक्षण जैसे कदम उठाए गए हैं ताकि तत्काल टिकटों की कालाबाजारी को रोका
जा सके।
पड़ोसी लड़के से मिलने को रोका, तो बेटी ने बाप को ही गोली मार दी
लाहौर: पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में एक किशोरी ने पड़ोस के एक लड़के के साथ अपने प्रेम संबंध को लेकर पिता द्वारा डांटने पर गुस्से में आकर पिता की कथित रूप से गोली मार कर हत्या कर दी। पुलिस ने आज बताया कि लाहौर से सौ किलोमीटर दूर फैसलाबाद के बिलाल शहर में मुहम्मद शब्बीर की 16 वर्षीय बेटी का कथित रूप से मुहम्मद बशारत नामक युवक के साथ प्रेम संबंध था।
पुलिस अधिकारी उमर दराज ने संवाददाताओं को बताया , ‘‘ इसके बारे में पता चलने पर शब्बीर ने बेटी को भविष्य में इस लड़के से मेलजोल बंद करने को कहा।’’ दराज ने बताया कि लड़की के रिश्तेदारों ने बताया है कि मना करने के बावजूद युवक से प्रेम संबंध जारी रखने पर पिता ने उसकी पिटाई भी की थी। पुलिस अधिकारी ने आशंका जतायी कि संभवत: इसी के चलते वह अपने पिता से गुस्से में थी।
कल लड़की ने बशारत से एक बंदूक मुहैया कराने को कहा ताकि वह अपने पिता की हत्या कर सके । उसने कथित रूप से सोते में अपने पिता की हत्या कर दी। गोलीबारी की आवाज सुनकर पड़ोसियों ने पुलिस को बुलाया। पुलिस परिवार के कई सदस्यों को पकड़ कर पुलिस थाने ले गयी जहां लड़की ने पूछताछ के दौरान अपना गुनाह कुबूल लिया। पुलिस ने बशारत को भी गिरफ्तार कर लिया है तथा दोनों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है।
Wednesday, July 4, 2012
'गॉड पार्टिकल ' के रहस्य से पर्दा हटा
जिनीवा।। जिनीवा
में साइंटिस्टों ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया कि
उन्हें प्रयोग के दौरान नए कण मिले, जिनकी कई खूबियां हिग्स बोसोन से
मिलती हैं। उन्होंने बताया कि वैज्ञानिक नए कणों के विश्लेषण में जुटे
हैं। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि इन नए कणों के कई गुण हिग्स बोसोन
थ्योरी से मेल नहीं खाते हैं। फिर भी इसे ब्रह्मांड के रहस्य खोलने की
दिशा में एक अहम कामयाबी माना जा रहा है।
वहीं, एटलस एक्सपेरिमेंट प्रोजेक्ट पर काम कर रहे ब्रिटिश भौतिकशास्त्री ब्रॉयन कॉक्स के मुताबिक सीएमएस ने एक नया बोसोन खोजा है जो कि स्टेंडर्ड हिग्स बोसोन की तरह ही है। हालांकि कॉक्स ने यह भी कहा कि अधिक जानकारी के लिए हिग्स सिग्नल को प्रत्येक इवेंट में 30- प्रोटान-प्रोटान कॉलिजन कराना पड़ेगा जो कि काफी मुश्किल होगा क्योंकि यह एटलस प्रोजेक्ट की डिजाइन क्षमता के बाहर की बात है।
भारतीय वैज्ञानिक के नाम पर दिया नाम बोसोन
बोसोन परमाणु में अब तक ज्ञात सबसे छोटे कण हैं। परमाणु की बनावट में न्यूक्लियस के अंदर प्रोटॉन तक पहुंच कर भी साइंटिस्ट दुनिया की बनावट का रहस्य नहीं भेद पाए। इसके बाद प्रोटॉन की बनावट को समझने की प्रक्रिया में एक खास कण का आभास हुआ जिसे बोसोन नाम दिया गया। खास बात यह कि बोसोन नाम भारतीय वैज्ञानिक सत्येंद्र नाथ बोस के नाम से लिया गया था जो कि आइंस्टीन के समकालीन थे।
1965 में पीटर हिग्स ने हिग्स बोसोन या गॉड पार्टिकल का आइडिया पेश किया। जिसमें उन्होंने बताया कि गॉड पार्टिकल वह कण है जो मैटर को मास (द्रव्यमान) प्रदान करता है। उनकी थ्योरी में हिग्स बोसोन ऐसा मूल कण था , जिसका एक फील्ड था , जो यूनिवर्स में हर कहीं मौजूद था। जब कोई दूसरा कण इस फील्ड से गुजरता तो रेजिस्टेंस या रुकावट का सामना करता, जैसे कि कोई भी चीज पानी या हवा से गुजरते हुए करती है। जितना ज्यादा रेजिस्टेंस , उतना ज्यादा मास। स्टैंडर्ड मॉडल हिग्स बोसोन से मजबूत हो जाता था, लेकिन उसके होने का एक्सपेरिमेंटल सबूत चाहिए था। सर्न के ताजा प्रयोगों के जरिए वैज्ञानिकों ने इस कण को पाया है।
सदी की सबसे बड़ी खोज?
इसे सदी की सबसे बड़ी खोज कहा जा रहा है। समझा जाता है कि इन कणों के विश्लेषण के जरिए वैज्ञानिक सृष्टि का रहस्य सुलझा लेंगे। यह भी कहा जा रहा है कि एक बार बोसोन का रहस्य पूरी तरह समझ में आ जाए तो उसके बाद कोई भी बीमारी लाइलाज नहीं होगी।
सर्न की खोज पर प्रतिक्रिया देते हुए वैज्ञानिक पीटर हिग्स ने कहा, 'सर्न के वैज्ञानिक आज के नतीजों के लिए बधाई के पात्र हैं, यह यहां तक पहुंचने के लिए लार्ज हेड्रान कोलाइडर और अन्य प्रयोगों के प्रयासों का ही नतीजा है। मैं नतीजों की रफ्तार देखकर हैरान हूं। खोज की रफ्तार शोधकर्ताओं की विशेषज्ञता और मौजूदा तकनीक की क्षमताओं का प्रमाण है। मैंने कभी उम्मीद नहीं की थी कि मेरे जीवनकाल में ही ऐसा होगा।'
इससे पहले, फ्रांस और स्विटजरलैंड की सीमा पर जिनीवा में बनी सबसे बड़ी प्रयोगशाला में दुनिया भर के बड़े वैज्ञानिकों को निमंत्रित किया गया था।
यूरोपियन ऑर्गनाइजेशन फॉर न्यूक्लियर रिसर्च (सर्न) के जिनीवा के पास स्थित फिजिक्स रिसर्च सेंटर के साइंटिस्टों ने बताया कि गॉड पार्टिकल का पता तब चला, जब एटलस और सीएमएस प्रयोगों से जुड़े साइंटिस्टों ने लार्ज हैड्रोन कॉलाइडर को तेज स्पीड में चलाकर कई कणों को आपस में टकराए।
इस दौरान बोसोन के चमकते हुए अंश सामने आए, लेकिन उन्हें पकड़ना मुमकिन नहीं था। सीएमएस से जुड़े एक साइंटिस्ट ने बताया, ये दोनों ही प्रयोग एक ही मास लेवल पर गॉड पार्टिकलों के वजूद का संकेत दे रहे हैं।
एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर हिग्स बोसोन के वजूद की पुष्टि होती है, तो यह ब्रह्मांड के सभी मूलभूत तत्वों के रहस्यों को सामने लाने की शुरुआत होगी और यह पिछले 100 सालों में सबसे अहम खोज कही जाएगी।
वहीं, एटलस एक्सपेरिमेंट प्रोजेक्ट पर काम कर रहे ब्रिटिश भौतिकशास्त्री ब्रॉयन कॉक्स के मुताबिक सीएमएस ने एक नया बोसोन खोजा है जो कि स्टेंडर्ड हिग्स बोसोन की तरह ही है। हालांकि कॉक्स ने यह भी कहा कि अधिक जानकारी के लिए हिग्स सिग्नल को प्रत्येक इवेंट में 30- प्रोटान-प्रोटान कॉलिजन कराना पड़ेगा जो कि काफी मुश्किल होगा क्योंकि यह एटलस प्रोजेक्ट की डिजाइन क्षमता के बाहर की बात है।
भारतीय वैज्ञानिक के नाम पर दिया नाम बोसोन
बोसोन परमाणु में अब तक ज्ञात सबसे छोटे कण हैं। परमाणु की बनावट में न्यूक्लियस के अंदर प्रोटॉन तक पहुंच कर भी साइंटिस्ट दुनिया की बनावट का रहस्य नहीं भेद पाए। इसके बाद प्रोटॉन की बनावट को समझने की प्रक्रिया में एक खास कण का आभास हुआ जिसे बोसोन नाम दिया गया। खास बात यह कि बोसोन नाम भारतीय वैज्ञानिक सत्येंद्र नाथ बोस के नाम से लिया गया था जो कि आइंस्टीन के समकालीन थे।
1965 में पीटर हिग्स ने हिग्स बोसोन या गॉड पार्टिकल का आइडिया पेश किया। जिसमें उन्होंने बताया कि गॉड पार्टिकल वह कण है जो मैटर को मास (द्रव्यमान) प्रदान करता है। उनकी थ्योरी में हिग्स बोसोन ऐसा मूल कण था , जिसका एक फील्ड था , जो यूनिवर्स में हर कहीं मौजूद था। जब कोई दूसरा कण इस फील्ड से गुजरता तो रेजिस्टेंस या रुकावट का सामना करता, जैसे कि कोई भी चीज पानी या हवा से गुजरते हुए करती है। जितना ज्यादा रेजिस्टेंस , उतना ज्यादा मास। स्टैंडर्ड मॉडल हिग्स बोसोन से मजबूत हो जाता था, लेकिन उसके होने का एक्सपेरिमेंटल सबूत चाहिए था। सर्न के ताजा प्रयोगों के जरिए वैज्ञानिकों ने इस कण को पाया है।
सदी की सबसे बड़ी खोज?
इसे सदी की सबसे बड़ी खोज कहा जा रहा है। समझा जाता है कि इन कणों के विश्लेषण के जरिए वैज्ञानिक सृष्टि का रहस्य सुलझा लेंगे। यह भी कहा जा रहा है कि एक बार बोसोन का रहस्य पूरी तरह समझ में आ जाए तो उसके बाद कोई भी बीमारी लाइलाज नहीं होगी।
सर्न की खोज पर प्रतिक्रिया देते हुए वैज्ञानिक पीटर हिग्स ने कहा, 'सर्न के वैज्ञानिक आज के नतीजों के लिए बधाई के पात्र हैं, यह यहां तक पहुंचने के लिए लार्ज हेड्रान कोलाइडर और अन्य प्रयोगों के प्रयासों का ही नतीजा है। मैं नतीजों की रफ्तार देखकर हैरान हूं। खोज की रफ्तार शोधकर्ताओं की विशेषज्ञता और मौजूदा तकनीक की क्षमताओं का प्रमाण है। मैंने कभी उम्मीद नहीं की थी कि मेरे जीवनकाल में ही ऐसा होगा।'
इससे पहले, फ्रांस और स्विटजरलैंड की सीमा पर जिनीवा में बनी सबसे बड़ी प्रयोगशाला में दुनिया भर के बड़े वैज्ञानिकों को निमंत्रित किया गया था।
यूरोपियन ऑर्गनाइजेशन फॉर न्यूक्लियर रिसर्च (सर्न) के जिनीवा के पास स्थित फिजिक्स रिसर्च सेंटर के साइंटिस्टों ने बताया कि गॉड पार्टिकल का पता तब चला, जब एटलस और सीएमएस प्रयोगों से जुड़े साइंटिस्टों ने लार्ज हैड्रोन कॉलाइडर को तेज स्पीड में चलाकर कई कणों को आपस में टकराए।
इस दौरान बोसोन के चमकते हुए अंश सामने आए, लेकिन उन्हें पकड़ना मुमकिन नहीं था। सीएमएस से जुड़े एक साइंटिस्ट ने बताया, ये दोनों ही प्रयोग एक ही मास लेवल पर गॉड पार्टिकलों के वजूद का संकेत दे रहे हैं।
एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर हिग्स बोसोन के वजूद की पुष्टि होती है, तो यह ब्रह्मांड के सभी मूलभूत तत्वों के रहस्यों को सामने लाने की शुरुआत होगी और यह पिछले 100 सालों में सबसे अहम खोज कही जाएगी।
न्यूड फोटो और अश्लील कहानी पोस्ट करने में केरल टॉप
नई दिल्ली। केरल साक्षरता में सबसे आगे है इसके साथ ही यह राज्य अश्लीलता में भी सबसे आगे है। जब इंटरनेट पर अश्लील सामग्री पोस्ट करने की बात आती है, तो भी केरल का नाम ही सामने आता है। एक सरकारी आकड़े के अनुसार इंटरनेट पर 496 ऐसे मामले आए, जिनमे से 136 मामले केरल के ही थे।
केरल राज्य साइबर क्राइम में भी पीछे नहीं है। पिछले साल साइबर क्राइम के 245 मामले दर्ज हुए थे, जिनमें से 55 प्रतिशत मामले केरल से ही थे। भारत से कुल अश्लील सामग्रियों के पोस्ट का 27 प्रतिशत पोस्ट अकेले केरल से ही होता है।
राष्ट्रीय अपराध ब्यूरों द्वारा जारी क्राइम इन इंडिया 2011 की रिपोर्ट के अनुसार साइबर क्राइम में केरल के बाद आंध्रप्रदेश का नाम आता है जहां 52 मामले दर्ज है। देश के एक लाख जनसंख्या वाले में अगर अश्लील पोस्ट के मामले में तुलना करे तो केरल को कोच्चि चौथे स्थान पर है।
रिपोर्ट में ऐसा भी बताया गया है कि केरल के लोग ऐसे पोस्ट महिलाओं से छेड़छाड़ और उनको परेशान करने के लिए भी करते है। राज्य में ऐसे 85 मामले सामने आये है। देश का साइबर क्राइम जिस हिसाब से बढ़ रहा है वाकई चिंतनीय है। सन 2009 में 696 मामले सामने आए थे, 2011 में यह संख्या बढ़कर 2213 हो गयी।
Tuesday, June 26, 2012
प्रणब मुखर्जी ने वित्त मंत्री के पद से इस्तीफा दिया
नई
दिल्ली: प्रणब मुखर्जी ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को केंद्रीय वित्त
मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफे से कुछ ही देर पहले मीडिया से
बातचीत करते हुए कहा कि वह नई यात्रा पर जाने को तैयार हैं। उन्होंने कहा
कि मैं राजनीति छोडऩे पर बहुत भावुक हूं। उन्होंने राष्ट्रपति पद की
उम्मीदवारी पर समर्थन के लिए पार्टी सहित विभिन्न दलों का आभार जताया।
उन्होंने यह भी कहा कि मैं जानता हूं मेरा
लिया गया हर फैसला सही नहीं था। प्रणब ने कहा कि मैंने जो भी फैसला लिया
वह जनहित में था। उन्होंने कहा कि 40 साल की राजनीति छोडऩे का मुझे दुख है।
राष्ट्रपति चुनाव में यूपीए के उम्मीदवार बनने के बाद वह दो दिनों के बाद
पर्चा दाखिल करेंगे। सूत्रों के अनुसार, प्रणब के इस्तीफे के बाद
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह वित्त मंत्रालय अपने पास रख सकते हैं।
इससे पहले कल कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक
में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और महासचिव
राहुल गांधी ने मुखर्जी को गर्मजोशी भरी विदाई दी थी। प्रणब राष्ट्रपति पद
के लिए नामांकन पत्र 28 जून को दाखिल करेंगे।
अंतरराष्ट्रीय सिरदर्द बना हुआ है पाकिस्तान
अलब्राइट ने सोमवार रात यहां '2012 : राजनीतिक परिवर्तन का वर्ष' विषय पर आयोजित एक व्याख्यान में भारत व पाकिस्तान के बीच बेहतर होते व्यापारिक संबंधों का जिक्र करते हुए कहा कि भारत इस 'सिरदर्द' का समाधान कर सकता है।
अलब्राइट ने सांप्रदायिक संघर्ष, भारत-पाकिस्तान के संबंधों, अफगानिस्तान की स्थिति व दक्षिणी चीन सागर को लेकर तनाव का भी जिक्र किया।
पाकिस्तान के साथ अमेरिका के संबंधों को मुश्किल भरा करार देते हुए अलब्राइट ने कहा कि पाकिस्तान के परमाणु हथियारों व उनकी सुरक्षा लोगों की चिंता का बड़ा कारण है।
अलब्राइट ने कहा कि पाकिस्तान को यह जानने की जरूरत है कि चरमपंथ व परमाणु अप्रसार के मुद्दे से कैसे निपटा जाए। अमेरिका इस समस्या के समाधान के लिए मुश्किल स्थिति में है। यह कई समस्याओं की जड़ है।
ईशा देओल की शादी की रस्में शुरू
-खास है निमंत्रण पत्र : देओल परिवार ने शादी को स्वर्णिम बनाने के लिए निमंत्रण पत्र भी सुनहरा ही चुना है। गोल्डेन कलर के इस डिब्बे के ऊपर ई और बी अक्षर गुदे हुए हैं। शुद्ध देशी घी और मेवों से बने मोतीचूर के लड्डुओं से भरे इस डिब्बे के ऊपर राधा-कृष्ण की एक सुंदर कृति है। असल में ईशा और भरत दोनों ही कृष्णभक्त हैं और उन्होंने ही ये पेंटिंग अमेरिका के एक पेंटर से बनवाई है।
-इन्हें किया गया है आमंत्रित : महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख, बच्चन परिवार, कपूर खानदान, तीनों खान और चोपड़ा परिवार। इसके अलावा दिलीप कुमार पत्नी सायरा बानो, शत्रुघ्न सिन्हा समेत कई नामी गिरामी लोगों को न्योता भेजा गया है।
-मेंहदी : 28 जून
-स्थान : जुहू स्थित हेमा मालिनी का बंगला
-शादी : 29 जून
-स्थान-जुहू स्थित एक मंदिर
-मेहमान-केवल पारिवारिक जन
-सजावट : गुलाब, गेंदे और जैस्मीन के फूलों से सजावट की जाएगी। रेशमी कपड़ों से पूरे मंडप को सजाया जाएगा।
-पहनावा : इस मौके पर ईशा मां हेमा की पसंद की गई खास लाल-सुनहरी कांजीवरम साड़ी और पारंपरिक गहनों और भरत सफेद शेरवानी पहने नजर आएंगे।
-रिसेप्शन : 30 जून
-मेहमान : बेहद सादगी से शादी के बाद देओल परिवार एक भव्य रिसेप्शन देने की तैयारी में है। इस मौके पर करीब एक हजार लोगों को आमंत्रण भेजा गया है।
-सजावट : यूरोपीय स्टाइटल में सफेद रंग की सजावट होगी, जिसमें मोमबत्तियों और सफेद फूलों को शामिल किया जाएगा। इस मौके पर भारतीय से लेकर चाइनीज, कॉन्टीनेंटल और थाई व्यंजनों की भरमार रहेगी।
-पहनावा : ईशा रॉकी एस द्वारा डिजाइन गुलाबी रंग की घाघरा-चोली पहनेंगी जबकि भरत सिमोन के डिजाइन किए ग्रे रंग के परिधान में नजर आएंगे।
पाकिस्तान ने दिए सरबजीत की रिहाई के आदेश
पाकिस्तान में मृत्युदंड की सजा का सामना कर रहे
भारतीय नागरिक सरबजीत की रिहाई का आदेश मंगलवार को जारी किया गया। कोटलखपत
जेल में बंद सरबजीत को जासूसी एवं आतंकवादी हमलों का दोषी ठहराया गया था।
पाकिस्तान के संघीय कानून मंत्री फारुख एच नाइक ने सरबजीत की रिहाई के आदेश पर हस्ताक्षर कर आंतरिक मंत्रालय को भेज दिया है।
नाइक ने बताया कि राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने सरबजीत की सजा को मृत्युदंड से आजीवन कारावास में बदल दिया था और वह अपनी सजा पूरी कर चुका है।
सरबजीत की रिहाई ऐसे समय पर हो रही है, जब भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने पिछले महीने पाकिस्तानी कैदी मोहम्मद खलील चिश्ती की रिहाई का आदेश जारी किया था।
पाकिस्तान के संघीय कानून मंत्री फारुख एच नाइक ने सरबजीत की रिहाई के आदेश पर हस्ताक्षर कर आंतरिक मंत्रालय को भेज दिया है।
नाइक ने बताया कि राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने सरबजीत की सजा को मृत्युदंड से आजीवन कारावास में बदल दिया था और वह अपनी सजा पूरी कर चुका है।
सरबजीत की रिहाई ऐसे समय पर हो रही है, जब भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने पिछले महीने पाकिस्तानी कैदी मोहम्मद खलील चिश्ती की रिहाई का आदेश जारी किया था।
Tuesday, June 19, 2012
इंदौर की हिमांगिनी ने जीता मिस एशिया पैसिफिक का ताज
इंदौर की हिमांगिनी ने 12 साल बाद एक बार फिर भारत के नाम मिस एशिया पैसिफिक का तमगा किया है। आखिरी बार इस खिताब को दीया मिर्जा ने जीता था। इस साल मिस एशिया पैसिफिक इवेंट साउथ कोरिया के बुसान शहर में आयोजित किया गया था।
अपनी जीत पर खुशी जाहिर करती हिमांगिनी ने कहा ये मेरा सपना था जो सच हो गया है। मेरे गुरुओं ने जितनी भी मेहनत और वक्त मेरे ऊपर बिताया वो सब आज वसूल हो गया।
हिमांगिनी सिंह को सुष्मिता सेन की कंपनी आइ एम शी के द्वारा 2010 में नेशनल ब्यूटी के रुप में चुना गया था। ये कंपनी अपने विनर्स को मिस यूनिवर्स और मिस एशिया पैसिफिक इवेंट में भेजती है।
हिमांगिनी सिंह ने आइ एम शी की पूरी टीम को भी धन्यवाद कहते हुए कहा कि मैं ये खिताब हासिल नहीं कर पाती अगर आई एम शी की टीम और सुष्मिता सेन ने मेरा साथ नहीं दिया होता। मैं बहुत खुश हूं कि मैने उन्हें और साथ ही पूरे भारत को गौरवान्वित किया है।
इससे पहले बॉलीवुड की अभिनेत्री दिया मिर्जा ने 2000 में मिस एशिया पैसिफिक का खिताब जीता था। और उसके बाद अब 11सालों के बाद एक बार फिर से हिमांगिनी सिंह ने इस ताज को अपने नाम किया। हिमांगिनी सिंह यादू ने इंदौर के इंटरनेशनल इंस्टीयूट ऑफ प्रफैशनल स्टडीज बीसीए ग्रेजुएट हैं। 2006 में उन्होने मिस इंदौर का खिताब भी जीता था।
सोने ने तो़ड़े सारे रिकॉर्ड
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतों में तेजी से घरेलू बाजार में
सोने अब तक की सबसे ऊंची कीमत पर आ गया है। दिल्ली सर्राफा बाजार में
मंगलवार को सोना 30750 रुपये के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। मजबूत डॉलर
और घरेलू मांग का भी सोने की कीमतों को बढ़ाने में खासा असर रहा है।
स्थानीय सर्राफा बाजार में सोना पिछले कारोबारी दिन के 30425 रुपए प्रति दस
ग्राम की तुलना में 325 रुपए चढकर 30750 रुपए प्रति दस ग्राम पर पहुंच
गया। इसके पहले 15 जून को ही सोना 30570 रुपए प्रति दस ग्राम के रिकार्ड
स्तर तक पहुंचा था। उधर, वायदा बाजार में सोने की कीमतों में सटोरियों के
बढ़ते रोल के बीच इसके दाम 30720 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच
गए हैं। वायदा बाजार में सोने की इस रिकॉर्ड कीमत का सबसे बड़ा कारण घरेलू
बाजार में इसकी बढ़ रही मांग है। वहीं शादियों के सीजन से भी दाम बढ़ने का
दबाव बना हुआ है। कमजोर रुपये से भी सोने की कीमतों पर असर पड़ा है।
एमसीएक्स में अक्टूबर के लिए सोने की कीमत अब तक के सबसे ऊंचे रिकॉर्ड को
छूते हुए 31000 के करीब पहुंच गई है। वहीं अगस्त माह के लिए इसकी कीमत
30428 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बोली जा रही है। दिलचस्प है कि सिंगापुर
में सोने की कीमतें 0.3 फीसदी की तेजी के साथ 1633 डॉलर प्रति औंस पर आ गई
हैं। इसको लेकर जानकारों का कहना है कि यूरो जोन संकट और सटोरियों की हलचल
के चलते सोने की कीमतों पर असर देखने को मिला है। आने वाले समय में भी ये
तेजी जारी रह सकती है।
हिना बनेंगी पाकिस्तान की नई प्रधानमंत्री?
इस्लामाबाद. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री यूसुफ रज़ा गिलानी को बड़ा झटका लगा है। वहां की सुप्रीम कोर्ट ने प्रधानमंत्री यूसुफ रज़ा गिलानी को अयोग्य घोषित कर दिया है। इस आदेश के साथ गिलानी का बतौर प्रधानमंत्री पद खाली हो गया है और उनके नेतृत्व वाली कैबिनेट के फैसलों की कानूनी अहमियत खत्म हो चुकी है। सुप्रीम कोर्ट का आदेश बीती 26 अप्रैल से लागू हुआ है। इसका मतलब है कि 26 अप्रैल के बाद गिलानी के नेतृत्व में उनकी कैबिनेट के तकरीबन सभी फैसले कानूनी तौर पर खारिज कर दिए गए हैं।
अदालती अवमानना का कसूरवार करार दिए जाने के बाद संविधान की हिफाजत का हवाला देकर अपने रुख और पद पर कायम रहने वाले पाकिस्तानी प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी को मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने बतौर सांसद अयोग्य ठहराकर जोर का झटका दे दिया और इसी के साथ यहां नया प्रधानमंत्री चुनने की कवायद भी शुरू हो गई है।
पाकिस्तान में करीब ढाई साल से न्यायपालिका और सरकार के बीच चल रहे टकराव के बीच प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति इफ्तिखार मोहम्मद चौधरी की अध्यक्षता वाली तीन न्यायाधीशों की खंडपीठ ने कहा कि 26 अप्रैल को अदालती अवमानना का दोषी करार दिए जाने के बाद से ही प्रधानमंत्री के रूप में 60 साल के गिलानी का अध्याय खत्म हो चुका है। सुप्रीम कोर्ट ने गिलानी को इस पद के लिए अयोग्य घोषित करने के साथ ही राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी से नया प्रधानमंत्री नियुक्त करने के लिए कहा। उसने नेशनल असंबली की स्पीकर फहमीदा मिर्जा के फैसले को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए यह आदेश दिया। उम्मीदों से उलट पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) ने गिलानी का साथ नहीं दिया और देश की सबसे बड़ी अदालत के फैसले को स्वीकार किया। उसने नए प्रधानमंत्री को चुनने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि 26 अप्रैल के आदेश के बाद कोई अपील दायर नहीं किए जाने से दोषसिद्धि अंतिम है। ऐसे में सैयद यूसुफ रजा गिलानी मजलिस-ए-शूरा (संसद) की सदस्यता से अयोग्य हो गए हैं। पाकिस्तान की सबसे बड़ी अदालत ने कहा कि वह (गिलानी) उक्त तिथि से पाकिस्तान के प्रधानमंत्री भी नहीं रहे हैं और प्रधानमंत्री पद भी इसी के मुताबिक खाली समझा जाएगा। सुप्रीम कोर्ट ने जरदारी के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों को खोलने में नाकाम रहने के कारण बीते 26 अप्रैल को गिलानी को अदालती अवमानना का दोषी करार दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने पाकिस्तान निर्वाचन आयोग को आदेश दिया कि गिलानी की अयोग्यता को लेकर अधिसूचना जारी की जाए। सत्तारूढ़ पीपीपी ने सुप्रीम कोर्ट की ओर से अपने नेता गिलानी को संसद की सदस्यता के लिए अयोग्य ठहराए जाने के फैसले को स्वीकार करते हुए नया नेता चुनने के लिए कई बैठकें बुलाई हैं। राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और उनके बेटे बिलावल भुट्टो जरदारी की संयुक्त अध्यक्षता में आज हुई पीपीपी आलाकमान की बैठक में सुप्रीम कोर्ट के आदेश को स्वीकार करने का फैसला किया गया। सूत्रों का कहना है कि पीपीपी संसदीय दल और गठबंधन के सदस्यों की अलग-अलग बैठकें बुलाई गई हैं। इन बैठकों में गिलानी के स्थान पर दूसरे नेता का चुनाव किया जाएगा।
सूत्रों के मुताबिक संघीय सरकार के मंत्रियों चौधरी अहमद मुख्तार, मखदूम शहाबुददीन और खुर्शीद शाह का नाम प्रधानमंत्री पद के लिए संभावितों में शामिल माना जा रहा है। माना जा रहा है कि बुधवार को संसद के निचले सदन नेशनल असेंबली का सत्र बुलाया जाएगा और नए प्रधानमंत्री का औपचारिक चुनाव होगा। गिलानी को लेकर स्पीकर के फैसले का हवाला देकर चुनौती वाली संवैधानिक याचिकाएं पीएमएल-एन, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ, वकील अजहर चौधरी और कुछ अन्य लोगों की ओर से दायर की गई थी। फहमीदा ने बीते 24 मई को गिलानी को सदन की सदस्यता से अयोग्य ठहराने से इंकार कर दिया था। पाकिस्तान में न्यायपालिका और सरकार के बीच टकराव की शुरुआत दिसंबर, 2009 में उस वक्त हुई थी जब सुप्रीम कोर्ट ने परवेज मुशर्रफ के शासनकाल में भ्रष्टाचार के मामले में माफी से जुड़े प्रावधान को रद्द कर दिया था। मुशर्रफ शासन के उस फैसले से जरदारी सहित आठ हजार से अधिक लोगों को सीधा फायदा हुआ था। इसके बाद से ही सुप्रीम कोर्ट पाकिस्तान की सरकार पर लगातार दबाव बनाता रहा कि वह जरदारी के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों को फिर से खोले, लेकिन गिलानी राष्ट्रपति के लिए संवैधानिक छूट का हवाला देकर इसको टालते रहे। इसी क्रम में देश की सबसे बड़ी अदालत ने गिलानी को अदालती अवमानना का दोषी करार दिया।
Saturday, June 16, 2012
भिंड में लूट के इरादे से जमा हुए तीन आरोपी गिरफ्तार
मध्य प्रदेश के भिंड जिला की पुलिस ने लूट के इरादे से इकट्ठा हुए तीन बदमाशों को गिरफ्तार कर उनके पास से तीन पिस्तौल बरामद की है.
नगर पुलिस अधीक्षक के.डी.सोनकिया ने
बताया कि मुखबिर की सूचना के आधार पर देहात थानान्तर्गत बीटीआई रोड स्थित
पुलिया के निकट से शनिवार को तीन बदमाश कल्लू उर्फ कंजा, दिलीप यादव और
आकाश शर्मा को गिरफ्तार किया गया.
उनके पास से पुलिस ने 32 बोर की एक पिस्तोल तथा 315 बोर के दो देशी कट्टे बरामद किये हैं.
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों ने इसी साल तीन जून को उमरी थानान्तर्गत ग्राम ढोंचरा में एक राहगीर से बाइक और 50 हजार लूटने की घटना के साथ ही अनेक लूट की वारदातें करना कबूल की हैं. पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है.
उनके पास से पुलिस ने 32 बोर की एक पिस्तोल तथा 315 बोर के दो देशी कट्टे बरामद किये हैं.
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों ने इसी साल तीन जून को उमरी थानान्तर्गत ग्राम ढोंचरा में एक राहगीर से बाइक और 50 हजार लूटने की घटना के साथ ही अनेक लूट की वारदातें करना कबूल की हैं. पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है.
ससुराल वालों की दरिंदगी, बहू के साथ करते थे घिनौना काम
जबलपुर। सर मेरी बहन ने ससुराल में बहुत कुछ सहा। उससे दो लाख रुपए, सोने की चेन और मोटर साइकिल की मांग की जाती थी, मांग पूरी न होने पर उसके साथ जमकर मारपीट की जाती थी और कई तरह से प्रताड़ित किया जाता था। परेशान होकर वह छह महीने मायके में ही रही, लेकिन बाद में उसे ससुराल वाले ले गए और जहर खिलाकर मार दिया गया।
रोते हुए जब अपनी और अपनी बहन की पीड़ा नरेन्द्र विश्वकर्मा ने बताई तो मौके पर उपस्थित लोगों की आंखें भी भीग गईं। नरेन्द्र ने बताया कि उसकी बहन अंजना विश्वकर्मा निवासी पनागर उड़िया की शादी गौर के समीप चौकरा गांव के मिलन विश्वकर्मा से वर्ष 2006 में हुई थी। शादी में अंजना को काफी दहेज दिया गया था, लेकिन ससुराल वाले अक्सर उसके साथ मारपीट करते थे और 2 लाख रुपए नकद, सोने की चेन और मोटर साइकिल लाने की मांग करते थे।
परेशान होकर अंजना मायके आ गई तो बाद में ससुराल वालों ने कुछ सामाजिक लोगों को बैठाया और समझौता कर अंजना को घर ले गए। हालांकि इसके बाद भी उसके साथ मारपीट होती रही। हाल ही में एक बार नरेन्द्र के पिता भी अंजना की ससुराल गए थे और आपत्ति जताई तो मिलन के बड़े भाई ने उनके साथ मारपीट की। उसके ऊपर एक बार मिट्टी तेल डालकर जलाने की कोशिश भी की गई। इस प्रकार लगातार मिल रही प्रताड़ना के बाद भी अंजना ससुराल में ही रही और गत रात्रि उसे जहर देकर मार दिया गया। उसे सिटी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया और इसकी जानकारी मायके पक्ष के किसी को नहीं दी गई, जब उसकी मृत्यु हो गई, तब आज सुबह जानकारी दी गई। हालांकि इस मामले में ओमती पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है और जांच की जा रही है।
सबकुछ ठीक रहा तो रायसीना में होगी 'दादा'गीरी
दिल्ली। यूपीए चेयरपर्सन की हैसियत से सोनिया गांधी ने एलान किया कि प्रणब मुखर्जी राष्ट्रपति पद के लिए उनके उम्मीदवार हैं। सोनिया के एलान ने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार पर छाए सस्पेंस को मिटा दिया। यूपीए की तरफ से उम्मीदवारी सामने आने के बाद कई दलों ने प्रणब के नाम का समर्थन कर दिया है। इस तरह वे रायसीना की रेस में फिलहाल सबसे आगे हैं और सबकुछ ठीक चलता रहा तो 25 जुलाई से रायसीना हिल्स स्थित राष्ट्रपति भवन में प्रणब की ही 'दादा'गीरी चलेगी।
आपको बताते चलें कि कांग्रेस या उसकी सरकार में इंदिरा गांधी के जमाने से नंबर दो रहे प्रणब दा के अब देश के प्रथम नागरिक और महामहिम बनने का रास्ता साफ हो गया है। पिछले आठ वर्षो में संप्रग सरकार के सबसे बड़े संकटमोचक रहे दादा को छोड़ने का कठिन फैसला आखिरकार कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लेना ही पड़ा। राहुल गांधी की इच्छा, पूरे देश में दादा के पक्ष में भावनात्मक ज्वार और मौजूदा सियासी हालात में प्रणब को सबसे सुरक्षित उम्मीदवार मानते हुए संप्रग की बैठक में उन्हें उम्मीदवार घोषित कर दिया गया।
इसके साथ ही कांग्रेस ने अब दादा के नाम पर सर्वसम्मति जुटाने के प्रयास भी तेज कर दिए हैं। सपा के दादा के साथ आने के बाद पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के चुनाव लड़ने की संभावनाएं लगभग खत्म हो गई हैं। कांग्रेस ने भी कलाम से चुनाव न लड़ने की अपील कर दी है। वहीं प्रणब मुखर्जी को सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के साथ बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने समर्थन देने का एलान किया है। इस बाबत मुलायम सिंह व मायावती ने शुक्रवार को लखनऊ में पत्रकारों से वार्ता की।
Friday, June 15, 2012
मैं किसी के आगे नहीं झुकूंगीः ममता
कोलकाता ।। यूपीए द्वारा प्रणव मुखर्जी को राष्ट्रपति पद के लिए अपना उम्मीदवार घोषित कर दिए जाने के बाद जहां एक तरफ विभिन्न दलों में उनको समर्थन देने की होड़ लग गई है, वहीं तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी अपने रुख पर कायम हैं। ममता ने कहा है कि अब भी कलाम ही उनके उम्मीदवार हैं और वह किसी के आगे सिर नहीं झुकाएंगी।
गौरतलब है कि बदले हालात में पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल के चुनाव लड़ने की संभावना काफी कम हो गई है। उन्होंने कहा था कि जीत पक्की होने पर ही वह चुनाव लड़ेंगे। अब जब यूपीए के प्रत्याशी प्रणव मुखर्जी को समाजवादी पार्टी और बीएसपी दोनों का समर्थन मिल चुका है और कई दलों ने समर्थन की तैयारी दिखा दी है, तो उनकी जीत के आसार काफी बढ़ जाते हैं। सूत्रों के मुताबिक कलाम के सवाल पर एनडीए में भी एक राय नहीं है। जेडी (यू) उनकी उम्मीदवारी के पक्ष में नहीं बताया जाता। ऐसे में कलाम के चुनाव मैदान में उतरने की उम्मीद नहीं की जा सकती। हमारे सहयोगी समाचार चैनल टाइम्स नाउ ने तो सूत्रों के हवाले से खबर भी दे दी है कि कलाम चुनाव राष्ट्रपति चुनाव में खड़े नहीं होंगे।
मगर, इन सबके बावजूद ममता ने शुक्रवार शाम को पीटीआई से बातचीत में कहा कि वह कलाम की उम्मीदवारी पर कायम हैं। उन्होंने कहा कि हमारे प्रत्याशी अब भी कलाम ही हैं। देश-विदेश में उनका बहुत सम्मान है। वह इस पद के लिए सबसे काबिल शख्स हैं।
ममता ने कहा, 'मैंने आज तक किसी के आगे सिर नहीं झुकाया है और मैं आज भी नहीं झुकाऊंगी।'
राष्ट्रपति चुनाव: प्रणब मुखर्जी को यूपीए के सभी दलों का समर्थन
राष्ट्रपति उम्मीदवार को लेकर शुक्रवार को यूपीए की बैठक में प्रणब के नाम पर सहमति बन गयी.
तमाम अटकलों पर विराम लगाते हुए अंतत: सत्ताधारी संप्रग ने शुक्रवार को वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता 77 वर्षीय मुखर्जी के नाम का प्रस्ताव संप्रग की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने रखा.
करीब एक घंटे चली बैठक में पश्चिम बंगाल से ताल्लुक रखने वाले मुखर्जी के नाम पर मुहर लगी. सोनिया ने कहा कि संप्रग के घटक दलों के नेताओं की बैठक हुई जिसमें यह तय किया गया कि प्रणव मुखर्जी को भारत के राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार बनाया जाए.
सरकार के संकटमोचक माने जाने वाले मुखर्जी के नाम को लेकर सोनिया के प्रस्ताव पर घटक दलों के नेताओं ने मंजूरी दे दी. संप्रग की प्रमुख घटक तृणमूल कांग्रेस ने सपा के साथ मिलकर ए पी जे अब्दुल कलाम, सोमनाथ चटर्जी और मनमोहन सिंह का नाम लिया था. आज की बैठक में तृणमूल शामिल नहीं हुई.
सोनिया ने बैठक में बयान पढा, जिसमें कहा गया कि प्रणव मुखर्जी का सार्वजनिक जीवन का पांच दशक का बेहतरीन रिकार्ड है.
उन्होंने कहा कि प्रणव की उम्मीदवारी को लेकर व्यापक समर्थन है. संप्रग सभी राजनीतिक दलों और सभी सांसदों एवं विधायकों से अपील करती है कि वे राष्ट्रपति पद के लिए मुखर्जी की उम्मीदवारी का समर्थन करें.
सूत्रों के मुताबिक खबर यह भी आ रही है कि एनडीए ने भी प्रणब मुखर्जी को समर्थन देने का एलान किया है.
यूपीए और एनडीए के रुख से अब पहले लगायी जा रही अटकलें सही साबित होती नजर आ रही हैं.
ज्ञात हो कि अटकले लगायी जा रही थी कि यूपीए के राष्ट्रपति उम्मीदवार का समर्थन एनडीए करेगा और बदले में एनडीए के उप राष्ट्रपति उम्मीदवार का समर्थन यूपीए करेगा.
इससे प्रणब के राष्ट्रपति बनने और एनडीए उम्मीदवार मुरली मनोहर जोशी के उप राष्ट्रपति बनने का रास्ता लगभग साफ नजर आ रहा है.
वहीं, ममता के साथ रहे मुलायम सिंह यादव भी पूरी तरह से यूपीए के साथ आ गए हैं. अब इस मामले में ममता अलग-थलग पड़ती नजर आ रही हैं.
सपा ने भी किया समर्थन
समाजवादी पार्टी महासचिव रामगोपाल यादव ने भी एलान किया है कि सपा का पूरा समर्थन प्रणव के साथ है.
बीजू जनता दल ने कहा है कि पीए संगमा ही उनके उम्मीदवार हैं.
सोनिया गांधी ने प्रणब के नाम का एलान करते हुए सभी दलों से समर्थन की अपील की है.
वाम दलों ने भी प्रणब मुखर्जी को अपना पूरा समर्थन देने का एलान किया है.
इस तरह से कुछ छोटे दलों को छोड़कर शेष लगभग सभी बड़े दलों ने प्रणब के साथ अपनी सहमति जतायी है.
अब देखना यह है कि तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी का फैसला करती हैं. वह प्रणब के नाम पर अपना समर्थन जताती हैं या फिर केंद्र सरकार से अपना समर्थन वापस लेती हैं.
प्रणब को समर्थन देशहित में: मायावती
बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के नाम पर प्रणब मुखर्जी के नाम का समर्थन किया.
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