Monday, October 26, 2015

अनुदान प्राप्त महाविद्यालयों को वेतन-भत्तों के लिए 3.5 करोड़ आवंटित

भोपाल : सोमवार, अक्टूबर 26, 2015, 
 चालू वित्त वर्ष में अनुदान प्राप्त अशासकीय महाविद्यालयों को स्वीकृत छठवें यू.जी.सी. एवं गैर यू.जी.सी. वेतनमान में वेतन-भत्तों के भुगतान के लिए 5 महाविद्यालय को 3 करोड़ 49 लाख 87 हजार 537 रुपये आवंटित किए गए हैं। यह राशि दिसम्बर 2015 तक के वेतन-भत्तों के भुगतान के लिए आवंटित की गयी है।
पी.एम.बी. गुजराती विज्ञान महाविद्यालय को एक करोड़ 64 लाख 54 हजार 623, इंदौर क्रिश्चियन महाविद्यालय को 59 लाख 19 हजार 945, मातेश्वरी सुगनी देवी कन्या महाविद्यालय इंदौर को 25 लाख, श्री क्लाथ मार्केट कन्या महाविद्यालय इंदौर को 4 लाख 80 हजार 224 और एम.के.एच.एस. गुजराती कन्या महाविद्यालय इंदौर को 96 लाख 32 हजार 745 रुपये आवंटित किए गए हैं।

किसानों को मदद देने के लिए बजट में 15 प्रतिशत की कटौती होगी


भोपाल : सोमवार, अक्टूबर 26, 2015, 
 
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि किसानों को संकट से उबारने और उन्हें मदद देने के लिये सभी विभागों के बजट में 15 प्रतिशत की कटौती की जायेगी। श्री चौहान आज शाजापुर जिले के ग्राम अरनियाकला में किसान चौपाल को सम्बोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मैं स्वयं किसान हूँ और किसानों का दर्द समझता हूँ। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को राहत पहुँचाने के लिये हरसंभव कदम उठायेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने विभागों के बजट में 15 प्रतिशत की कटौती की है। एक वर्ष पुल-पुलिया या सड़क नहीं बने तो कोई बात नहीं, पर किसानों को कोई परेशानी नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा ‍‍कि किसानों को वास्तविक रूप से कितना नुकसान हुआ है इसके आकलन के लिये प्रभावित ग्रामों में युद्ध स्तर पर फसल कटाई प्रयोग करवाये गये हैं, इसके आधार पर फसल बीमा क्लेम दिलवाया जायेगा। श्री चौहान ने बताया कि किसानों का हाल जानने और क्षतिग्रस्त फसल का मौके पर मुआयना करने के लिये प्रदेश मंत्रीमंडल के सभी सदस्य और वरिष्ठ आईएएस,आईपीएस और आईएफएस अधिकारियों को तीन दिन के लिये गाँवों में भेजा गया है। अधिकारियों से जो रिपोर्ट सरकार को मिलेगी उसके आधार पर निर्णय लिये जायेंगे।
मुख्यमंत्री ने बताया कि जिन किसानों को भारी नुकसान हुआ है उनके कर्ज की वसूली स्थगित करने के आदेश दिये गये हैं। अल्पकालीन ऋण को मध्यकालीन में बदला गया है। किसानों द्वारा लिये गये ऋण पर साल भर का ब्याज सरकार चुकायेगी। उन्होंने बताया कि रबी फसल के लिये 10 प्रतिशत राशि जमा करने पर ट्रांसफार्मर लगाया जायेगा और किसानों को दो माह के लिये अस्थाई कनेक्शन देने के आदेश शीघ्र जारी किये जायेंगे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सोयाबीन की फसल के नुकसान पर 3000 करोड़ रूपये, फसल बीमा की राशि 3000 करोड़ रूपये तथा एक साल का ब्याज 1000 करोड़ इस प्रकार 7000 करोड़ की राशि किसानों को बाँटी जायेगी। उन्होंने बताया कि इसके अलावा व्यापक पैमाने पर सूखाग्रस्त क्षेत्रों में रोजगार देने के काम शुरू किये जायेंगे। मुख्यमंत्री ने प्रभावित किसानों के लिये शाजापुर जिले द्वारा मांगी गई राशि उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया।

Saturday, October 25, 2014

मुख्यमंत्री ने कमल्याखेड़ा की महिलाओं को दिया तोहफा

  मुख्यमंत्री ने कमल्याखेड़ा की महिलाओं को दिया तोहफा
भोपाल।  मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर जिले के सांवेर तहसील के गांव कमल्याखेड़ा की महिलाओं को मुख्यमंत्री निवास पर नए वस्त्र भेंट कर सम्मानित किया। इन महिलाओं ने संकल्प लिया था कि श्री चौहान के तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद वे भगवान को वस्त्र पहनाकर ही स्वयं नए वस्त्र पहनेंगी। मुख्यमंत्री ने मंगलवार को कमल्याखेड़ा की महिलाओं को सीएम हाउस पर आमंत्रित कर उन्हें नए वस्त्र भेंट कर सम्मानित किया।
श्री चौहान की सहृदयता से अभिभूत कमल्याखेड़ा के ग्रामीणों ने निवास पहुंचकर परम्परागत विधि-विधान से पहले भगवान को नए वस्त्र धारण करवाए। बाद में उन्होंने श्री चौहान को जोधपुर की पगड़ी पहनाई।
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दीपावली पर बिजली आपूर्ति के पुख्ता इंतजाम

 
दीपावली पर  बिजली आपूर्ति के पुख्ता इंतजाम

9 हजार मेगावॉट बिजली की व्यवस्था

 भोपाल।  दीपावली पर प्रदेश में सुचारु और गुणवत्तापूर्ण बिजली आपूर्ति के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। इसके लिए 9 हजार  मेगावॉट तक की व्यवस्था स्थाई अनुबंधों के माध्यम से की जायेगी। पर्व के 3 दिन के दौरान प्रदेश में अधिकतम 8500 मेगावॉट बिजली की मांग रहने की संभावना है।
एमपी पॉवर मेनेजमेंट कम्पनी के प्रबंध संचालक मनु श्रीवास्तव के अनुसार धनतेरस, नरक-चौदस और दीपावली के दिन 8500 मेगावॉट अधिकतम बिजली मांग को ध्यान में रखते हुए प्रदेश के बिजली, ताप एवं जल-गृहों का पूरी क्षमता के साथ उपयोग किया जाएगा। वहीं इंदिरा सागर जल विद्युत परियोजना, सरदार सरोवर और ओंकारेश्वर जल विद्युत परियोजना का आवश्यकतानुसार प्रयोग किया जाएगा। इससे ज्यादा बिजली की मांग या अन्य स्थिति से भी निपटा जा सकेगा। रोशनी के पर्व के तीनों दिन बिजली आपूर्ति के लिये कम्पनी के ताप विद्युत गृहों से 21 सौ मेगावॉट और जल विद्युत गृहों से 5सौ  मेगावॉट बिजली उत्पादन की योजना है। सेंट्रल सेक्टर (एनटीपीस) से 2500 मेगावॉट और डीवीसी से 300 मेगावॉट बिजली मिलेगी। वहीं सेंट्रल सेक्टर के बदरपुर ताप विद्युत गृह से प्रदेश को अतिरिक्त रूप से 200 मेगावॉट बिजली प्राप्त होगी। निजी बिजली उत्पादकों सासन, जे.पी. बीना, जे.पी. निगरी, बीएलए, लेंको अमरकंटक और टोरेंट से प्रदेश को इस दौरान करीब 1600 मेगावॉट बिजली प्राप्त होगी। साथ ही इस दौरान इंदिरा सागर जल विद्युत परियोजना से 800 से 900 मेगावॉट, सरदार सरोवर से 600 मेगावॉट और ओंकारेश्वर जल विद्युत परियोजना से 400 मेगावॉट बिजली उपलब्ध होगी।
  छह साल में 2500 मिडिल और हाई स्कूल का उन्नयन
भोपाल।  मध्यप्रदेश में इस साल सहित पिछले छ: साल में 2582 मिडिल और हाई स्कूल का उन्नयन किया गया। वर्ष 2008-09 से अब तक के वर्ष में 1642 मिडिल स्कूल का हाई स्कूल और 940 हाई स्कूल का हॉयर सेकेण्डरी में उन्नयन किया गया।
राज्य सरकार ने चालू माली साल के लिये विगत जुलाई में वार्षिक बजट प्रस्तुत करते समय शहरी क्षेत्र में 50 माध्यमिक (मिडिल) शालाओं के हाई स्कूल-स्तर पर उन्नयन की घोषणा की थी। इसी तरह 100 हाई स्कूल के हायर सेकेण्डरी में उन्नयन की भी घोषणा की गई थी। इन घोषणाओं का मात्र तीन माह में क्रियान्वयन कर आदेश जारी किये जा चुके हैं। अपग्रेड हुए स्कूलों में अमले आदि की व्यवस्था की जा रही है। उन्नयन किये गये हाई स्कूल एवं हायर सेकेण्डरी स्कूल के लिये बजट प्रावधान भी कर दिया गया है।
मिडिल से हाई स्कूल
प्रदेश में छ: वर्ष के दौरान उन्नयित 1642 मिडिल स्कूल में वर्ष 2008-09 में 448, वर्ष 2010-11 में 341, वर्ष 2011-12 में 603, वर्ष 2012-13 और वर्ष 2013-14 में 100-100 तथा वर्ष 2014-15 में 50 मिडिल स्कूल का हाई स्कूल में उन्नयन किया गया।
हाई स्कूल से हॉयर सेकेण्डरी
हाई स्कूल से हायर सेकेण्डरी में अपग्रेड हुए 940 स्कूल में वर्ष 2008-09 में 30, वर्ष 2010-11 में 50, वर्ष 2011-12 में 160, वर्ष 2012-13 एवं वर्ष 2013-14 में 300-300 तथा वर्ष 2014-15 में 100 स्कूल अपग्रेड किये गये।
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अध्यापक संवर्ग एवं पंचायत सचिवों का मंहगाई भत्ता बढ़ा
सात प्रतिशत की हुई वृद्धि
भोपाल।   राज्य शासन ने पंचायत राज संस्थाओं तथा स्थानीय निकायों में नियोजित अध्यापक संवर्ग एवं पंचायत सचिवों को वेतन-बेण्ड में वेतन एवं संवर्ग वेतन के योग पर एक जुलाई, 2014 से मंहगाई भत्ते में 7 प्रतिशत की वृद्धि की है। अब उन्हें 107 प्रतिशत की दर से मंहगाई भत्ता दिया जाएगा। भत्ता माह जुलाई के वेतन से देय होगा। मंहगाई भत्ते का भुगतान अध्यापक संवर्ग एवं पंचायत सचिवों को उन्हीं संस्थाओं द्वारा दिया जाएगा, जहां वे कार्यरत हैं।
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उन्नत खेती मध्यप्रदेश के विकास का आधार

  उन्नत खेती मध्यप्रदेश के विकास का आधार

शहडोल में कृषि महोत्सव के समापन समारोह में उच्च शिक्षा मंत्री श्री गुप्ता

 भोपाल।  उच्च एवं तकनीकी शिक्षा एवं शहडोल जिले के प्रभारी मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने कहा है कि उन्नत खेती मध्यप्रदेश के विकास का आधार है। अगर खेती से पैदावार बढ़ेगी तो प्रदेश का किसान खुशहाल होगा। किसान की खुशहाली से प्रदेश में समृद्धि आएगी। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में उन्नत खेती के माध्यम से खेती को लाभ का धंधा बनाने की तकनीक किसानों को बताने के उद्देश्य से कृषि महोत्सव का आयोजन किया गया है। श्री गुप्ता शहडोल में कृषि महोत्सव और तीन दिवसीय कृषि विज्ञान मेले का समापन कर रहे थे।
श्री गुप्ता ने कहा कि हमारी सरकार प्रदेश की पहली सरकार है, जिसने उन्नत खेती पर ध्यान दिया है। प्रभारी मंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में पहली बार किसान पंचायत बुलाई गई थी जिसमें किसान की उन्नति, प्रगति और समृद्धि के लिए कार्य-योजना बनाई गई। उन्होंने कहा कि पहले किसानों से ऋण पर 18 प्रतिशत की दर से ब्याज लिया जाता था। अब किसानों को शून्य प्रतिशत ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध करवाया जा रहा है। उन्होंने जिले के किसानों से अपील की कि वे कृषि, पशुपालन, मत्स्य पालन की उन्नत तकनीक सीखें और कृषि को लाभ का धंधा बनायें।
सासंद श्री दलपत सिंह परस्ते ने कहा कि कृषि को लाभ का धंधा बनाने के लिए किसान कृषि वैज्ञानिकों द्वारा बताए गए आधुनिक तरीकों से खेती करें। विधायक सर्वश्री जयसिंह मरावी, श्री रामपाल सिंह, श्रीमती प्रमिला सिंह और जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती कमलेश नट एवं अन्य जन-प्रतिनिधि ने भी संबोधित किया।
कृषि महोत्सव के दौरान शहडोल जिले के लगभग 3 लाख किसान को खसरा और खतौनी की नकल दी गई। जिले के सभी किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड, मत्स्य-पालकों को मछुआ क्रेडिट कार्ड, 5000 किसान को ऋण-पुस्तिकाएँ तथा वनाधिकार-पत्र प्राप्त किसानों को विभिन्न योजना का लाभ दिलवाया गया। प्रभारी मंत्री श्री गुप्ता उमरिया जिले में भी कृषि महोत्सव के समापन समारोह में शामिल हुए।

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