Saturday, October 11, 2014

रखा व्रत, मांगी पति की लम्बी उम्र की दुआ

 
चांद देखा, पति के हाथों तोड़ा व्रत
सदा सुहागिन रहने की कामना की
भोपाल।
राजधानी में दुल्हन सी संजी संवरी सुहागिनों ने शनिवार को करवां चौथ का व्रत रखा और अपने सुहाग की लम्बी उम्र की कामना की। पति के स्वस्थ्य और सुखी जीवन के लिए इन सुहागिनों ने निर्जला व्रत रखा और शाम को अपने पति चांद के साथ अपने पति के हाथों व्रत तोड़ा। सुहागिनों के लिए विशेष महत्व के दिन शहर में जगह-जगह विभिन्न आयोजन किए गए थे।  किसी ने ग्रुप में तो किसी ने परिवार के साथ परम्परागत ढ़ंग से करवां चौथ के इस पावन पर्व को मनाया। शास्त्रों में करवां चौथ का महत्व बताया गया है। बताया गया कि लगभग शास्त्रों के अनुसार 12 से 16 साल तक यह व्रत रखा जाता है। जब यह अवधि पूरी हो जाती है तो उसके बाद इस व्रत का उद्यापन कर दिया जाता है। हालांकि कुछ सुहागिनें ऐसी भी होती हैं, जो अपनी पूरी जिंदगी पति के स्वस्थ्य जीवन की कामना के साथ इस व्रत को रखती हैं। ऐसा मानना है कि सुहागिन स्त्रियों द्वारा अपने सुहाग की रक्षा के लिए इस व्रत का पालन किया जाता है। फिर चाहे यह कितना ही कठोर क्यों न हो।
यह है व्रत का तरीका
- कार्तिक कृष्ण पक्ष की चंद्रोदय व्यापिनी चतुर्थी की रात को जिसमें चंद्रमा दिखाई देने वाला है, इस दिन महिलाएं सुबह स्नान करती हैं और फिर अपने पति की दीघार्यु, उसके आरोग्य रहने और सदा सुहागिन रहने का संकल्प लेकर दिनभर दिन भर भूखी रहती है, निर्जला व्रत के समय तो महिलाएं जल तक ग्रहण नहीं करतीं। करवां चौथ पर भगवान शिव-पावर्ती , स्वामी कातिर्केय, गणेश एवं चंद्रमा की पूजा विशेष रुप से पूजा अर्चना की जाती हैं। इसके उपरांत बालू या सफेद मिट्टी की वेदी बनाकर विधिनुसार सभी देवों को स्थापित किया जाता है और शुद्ध घी में आटे के खास लड्डू बनाए जाते हैं।
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