अलब्राइट ने सोमवार रात यहां '2012 : राजनीतिक परिवर्तन का वर्ष' विषय पर आयोजित एक व्याख्यान में भारत व पाकिस्तान के बीच बेहतर होते व्यापारिक संबंधों का जिक्र करते हुए कहा कि भारत इस 'सिरदर्द' का समाधान कर सकता है।
अलब्राइट ने सांप्रदायिक संघर्ष, भारत-पाकिस्तान के संबंधों, अफगानिस्तान की स्थिति व दक्षिणी चीन सागर को लेकर तनाव का भी जिक्र किया।
पाकिस्तान के साथ अमेरिका के संबंधों को मुश्किल भरा करार देते हुए अलब्राइट ने कहा कि पाकिस्तान के परमाणु हथियारों व उनकी सुरक्षा लोगों की चिंता का बड़ा कारण है।
अलब्राइट ने कहा कि पाकिस्तान को यह जानने की जरूरत है कि चरमपंथ व परमाणु अप्रसार के मुद्दे से कैसे निपटा जाए। अमेरिका इस समस्या के समाधान के लिए मुश्किल स्थिति में है। यह कई समस्याओं की जड़ है।
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